जानिए क्या है E2 और E3 पे-स्केल्स की सच्चाई ???

साथियो,

ऊपर दिए गए विषय की जानकारी देने के लिए मैं ये लेख लिख रहा हूँ, जिसके माध्यम यह भी बताना चाहता हूँ कि किस तरह बड़े बड़े संगठनों ने BSNL Recruited Executives का शोषण किया।

01.10.2000 में जब DTS और DTO को BSNL बनाया गया, तो इन दो डिपार्टमेंट्स के एम्प्लाइज (जोकि CDA पे-स्केल्स में थे) को BSNL में अब्सॉर्ब होने पर IDA पे-स्केल्स दिया जाना तय हुआ, और तब शुरू हुई ये पे-स्केल्स की लड़ाई।

DOT ने BSNL के JTO/JAO और SDE/AO के लिए स्टैण्डर्ड E1 और E2 पे-स्केल्स का प्रपोजल बनाया, जबकि BSNL के JTO/JAO और SDE/AO अपने लिए MTNL के JTO/JAO और SDE/AO के समान स्टैण्डर्ड E2 और E3 पे-स्केल्स की माँग कर रहे थे। DOT का मानना यह था कि BSNL के JTO/JAO और SDE/AO को MTNL के JTO/JAO और SDE/AO के समान स्टैण्डर्ड E2 और E3 पे-स्केल्स नहीं दिए जा सकते क्यूंकि MTNL के JTO/JAO और SDE/AO को स्टैण्डर्ड E2 और E3 पे-स्केल्स बिना पेंशन के दिए गए हैं, जबकि BSNL मे CCS Pension Rules 1973 के नियम 37A के तहत पेंशन देना तय हुआ है।

क्यूंकि BSNL के JTO/JAO और SDE/AO पेंशन छोड़ने को तैयार नहीं थे, तो बार्गेनिंग के बाद DPE ने BSNL के JTO/JAO और SDE/AO के लिए दो नॉन-स्टैण्डर्ड E1A और E2A पे-स्केल्स लागू किये, जोकि स्टैण्डर्ड E1-E2-E3 पे-स्केल्स के मध्य के पे-स्केल्स थे। परन्तु DOT ने जब 2003 में प्रेसिडेंटिअल आर्डर जारी किया तो उसमे यह लिख दिया कि BSNL Recruited JTO/JAO और SDE/AO को भी नॉन-स्टैण्डर्ड E1A और E2A पे-स्केल्स दिए जायेंगे। ये DOT की एक ऐतिहासिक भूल थी, जिसका SNEA और AIBSNLEA जैसे संगठनों ने कभी विरोध नहीं किया और जिसका नतीजा हम आज 18 सालों बाद भी भुगत रहे हैं। वास्तविकता ये है कि जब BSNL रिक्रूइटेड JTO/JAO और SDE?AO को पेंशन नहीं ही देनी थी, तो उनको 01.10.2000 से ही MTNL के JTO/JAO और SDE/AO के समान स्टैण्डर्ड E2 और E3 पे-स्केल्स दिया जाना था, न कि नॉन-स्टैण्डर्ड E1A और E2A पे-स्केल्स। परन्तु SNEA और AIBSNLEA जैसे संगठनों ने BSNL में नए रिक्रूट हुए JTO/JAO साथियों को अँधेरे में रखा और आज भी रख रहे हैं।

फ़िलहाल, BSNL रिक्रूइटेड JTO/JAO और SDE/AO को पेंशन से कैसे वंचित किया गया, की सच्चाई अलग से बताई जाएगी।

अब समय आता है 2nd PRC का जो 01.01.2007 से लागू होनी थी, और जिसकी एक कंडीशन ये थी कि सभी नॉन-स्टैण्डर्ड पे-स्केल्स की जगह नए स्टैण्डर्ड पे-स्केल्स लागू किये जायेंगे। कानून की मर्यादा रखते हुए, कम से कम 01.01.2007 से तो स्टैण्डर्ड E2 और E3 पे-स्केल्स लागू कर ही देने चाहिए थे। परन्तु फिर पॉलिटिक्स खेली गई BSNL मैनेजमेंट तथा SNEA और AIBSNLEA जैसे संगठनों द्वारा। BSNL मैनेजमेंट ने DOT को प्रपोजल भेजा कि 01.01.2007 से BSNL के JTO/JAO और SDE/AO का नॉन-स्टैण्डर्ड E1A और E2A पे-स्केल्स कम करके स्टैण्डर्ड E1 और E2 पे-स्केल्स कर दिया जाये। हैरानी की बात ये है कि SNEA और AIBSNLEA जैसे संगठनों ने इस प्रपोजल का भी विरोध नहीं किया।

01.01.2007 के बाद रिक्रूट हुए JTO/JAO की सैलरी नए स्टैण्डर्ड E1 पे-स्केल्स में फिक्स की गई (जोकि नॉन-स्टैण्डर्ड E1A पे-स्केल्स की सैलरी से भी कम थी), जिससे कोर्ट केस होने के बदल मंडराने लगे और आनन-फानन में BSNL मैनेजमेंट ने 01.01.2007 के बाद में रिक्रूट हुए JTO/JAO के लिए स्टैण्डर्ड E1 पे-स्केल + 5 इंक्रेमेन्ट्स की व्यवस्था लागू कर दी, जिसको SNEA और AIBSNLEA जैसे संगठनों ने खूब हवा दी, क्यूंकि उनके मेंबर्स को इस व्यवस्था से कोई हानि नहीं हो रही थी। तथ्य की प्रमाणिता के लिए आप चाहें तो SNEA और AIBSNLEA जैसे संगठनों की वेब-साइट्स खंगाल लीजिये और इनके द्वारा लिखे अनेक पत्र आपको मिल जाएंगे।

देर-सवेर मैंने AIGETOA में AGS रहते हुए BSNL मैनेजमेंट को यह समझा दिया कि स्टैण्डर्ड E1 पे-स्केल + 5 इंक्रेमेन्ट्स की व्यवस्था गैर-कानूनी है। इसको देखते हुए BSNL मैनेजमेंट ने 01.01.2007 से पुराने नॉन-स्टैण्डर्ड E1A और E2A पे-स्केल्स के बदले नए नॉन-स्टैण्डर्ड E1A और E2A पे-स्केल्स का प्रपोजल DOT को भेज दिया, किसको बाद मे न केवल DOT बल्कि DPE ने भी रिजेक्ट कर दिया और इस तरह BSNL मैनेजमेंट को मुँह की खानी पड़ी।

अब समय आता है 2010 जब BSNL मैनेजमेंट ने स्टैण्डर्ड E1 पे-स्केल + 5 इंक्रेमेन्ट्स की व्यवस्था को भी समाप्त कर दिया और इसके बाद रिक्रूट हुए JTO/JAO को मात्र स्टैण्डर्ड E1 पे-स्केल ही दिया गया। SNEA और AIBSNLEA जैसे संगठनों ने अभी भी स्टैण्डर्ड E2 पे-स्केल की मांग न करते हुए, स्टैण्डर्ड E1 पे-स्केल + 5 इंक्रेमेन्ट्स की व्यवस्था को लागू रखने की माँग जारी रखी।

अब समय आता है 2014 जिसमे BSNL मैनेजमेंट ने नए JTO Recruitment Rules 2014 लागू कर दिए और JTO के पे-स्केल को नॉन-स्टैण्डर्ड E1A पे-स्केल से कम करके स्टैण्डर्ड E1 पे-स्केल्स कर दिया। SNEA और AIBSNLEA जैसे संगठन अभी भी शांत बैठे रहे, कोई नोटिस नहीं, कोई स्ट्राइक नहीं, कोई धरना नहीं, क्यूंकि उनके मेंबर्स को तो कोई फर्क नहीं पड़ रहा था। हाँ, AIGETOA ने मुझसे कंसल्ट करके जरूर एक केस फाइल किया था, लेकिन उसमे भी मात्र JTO Recruitment Rules 2014 के प्रावधानों को retrospective date से लागू करने को चैलेंज किया गया था। इस केस में आगे क्या हुआ मुझे कोई जानकारी नहीं है।

BSNL मैनेजमेंट की हठधर्मिता और SNEA और AIBSNLEA जैसे संगठनों की धूर्तता को देखते हुए 2015 मे तब के GS AIGETOA श्री राम प्रताप शाहू जी में मुझे AIGETOA की ओर से Chandigarh CAT मे स्टैण्डर्ड पे-स्केल्स पर केस फाइल करने को बोला। 2016 मे जब केस Chandigarh CAT मे विचाराधीन था तो DOT ने एक लेटर निकला कि BSNL के पे-स्केल्स के मुद्दे को 3rd PRC को रेफेर कर दिया जाये। परन्तु Chandigarh CAT ने DOT के इस लेटर को न मानते हुए DOT को 2 महिनों में 01.01.2007 से नॉन-स्टैण्डर्ड E1A और E2A पे-स्केल्स को बदलने का प्रेसिडेंटिअल आर्डर निकलने का आदेश दिया और 3 महीनों में वेतन का बकाया देने का आदेश दिया।

इस तरह हमने DOT को प्रेसिडेंटिअल आर्डर निकालने पर विवश किया, जिसको DOT पिछले 10 सालों से नहीं निकाल रहा था। 28.03.2017 को कोर्ट की अवमानना से बचने के लिए DOT ने हठधर्मिता पर उतरते हुए जानबूझ कर पुराने नॉन-स्टैण्डर्ड E1A और E2A पे-स्केल्स के बदले 01.01.2007 से नए नॉन-स्टैण्डर्ड E1A और E2A पे-स्केल्स लागू करने का प्रेसिडेंटिअल आर्डर निकाल दिया, जोकि DPE के 2nd PRC आदेशों का खुलमखुला उलंघन है। और DPE ने भी DOT द्वारा निकले गए 28.03.2017 तारीख के प्रेसिडेंटिअल आर्डर की निंदा की है।

DOT द्वारा निकले गए 28.03.2017 तारीख के प्रेसिडेंटिअल आर्डर को AIGETOA के आर्थिक सहयोग से Chandigarh CAT मे चैलेंज कर दिया गया है और मैं आप सब को विश्वास दिलाना चाहता हूँ कि न केवल स्टैण्डर्ड E2 और E3 पे-स्केल्स को 01.01.2007 से लागू करवाया जायेगा, बल्कि वेतन की बकाया राशि पर बनता ब्याज भी दिलाया जायेगा।

मित्रो अब तक आप जान गए होंगे कि SNEA और AIBSNLEA जैसे संगठनों ने मात्र BSNL Absorbed Executives के लिए ही काम किया है और BSNL Recruited Executives को मात्र अपने फायदे के लिए उपयोग किया है, जिसका उल्लेख मैं BESA के 16.11.2018 के पत्र में भी कर चुका हूँ और मैंने कहा था कि AUAB के बैनर के निचे BSNL Recruited Executives को मात्र धोखा ही मिलेगा और हुआ भी वही जिसका डर था। माननीय मंत्री जी के साथ हुई मीटिंग के मिनट्स मे स्टैण्डर्ड E2 और E3 पे-स्केल्स का कोई उल्लेख नहीं है और ना ही 2nd PRC के बकाया मुद्दों का कोई उल्लेख है।

अब हमें स्टैण्डर्ड E2 और E3 पे-स्केल्स पर किसी के रहमोकर्म की आवश्यकता नहीं है, DOT अब Chandiharh CAT मे बुरी तरह से घिर चूका है और अब उसके पास स्टैण्डर्ड E2 और E3 पे-स्केल्स लागू करने के सिवाए कोई चारा नहीं है। क्यूंकि अब ये मुद्दा कोर्ट से सुलझने वाला है तो SNEA और AIBSNLEA के लोगों में क्रेडिट लेने की होड़ लगी हुई है, जबकि इन लोगों ने स्टैण्डर्ड E2 और E3 पे-स्केल्स को कभी भी सीरियस नहीं लिया।

अब मेरी आपसे एक ही विनम्र विनती है कि नक्कालों को पहचानो और इनके संगठन को छोड़ ईमानदार और कर्मठ संगठन BESA को सहयोग दो ताकि आपकी समस्याओं का जल्द निवारण हो सके।

मेरा ये अथक प्रयास रहेगा कि मैं आपको अलग अलग विषयों के बारे में जानकारी देता रहूँ और आपके सहयोग ये उनका निराकरण भी करता रहूँ।

आपका अपना
सुरेन्द्र माहर GS BESA
+91 94674 00540